Gunahon Ka Devta | Paperback | Hindi Edition | By Dharamveer Bharti(Paperback, Hindi, Dharamveer Bharti)
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धर्मवीर भारती द्वारा लिखित यह उपन्यास प्रेम, त्याग और आत्म-संयम की गहराइयों को दर्शाता है।यह कहानी चंदर और सुधा की है, जिनका प्रेम सामाजिक सीमाओं में बंधा हुआ है।चंदर एक संवेदनशील युवक है जो अपने गुरु की बेटी सुधा से प्रेम करता है, पर अपने कर्तव्यों के चलते वह त्याग कर देता है।सुधा की मासूमियत, गहराई और समर्पण इस उपन्यास को खास बनाते हैं।लेखक ने मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से पात्रों की भावनाओं को बेहद प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया है।यह उपन्यास 20वीं सदी के हिंदी साहित्य की कालजयी कृतियों में से एक है।"गुनाहों का देवता" पाठक को अंत तक बांधे रखता है और सोचने पर मजबूर करता है।